अक्सर शहर मे गाँव को अक्सर शहर मे गाँव को
कच्चे आम की बातें आज मेरे गाँव की यह सौगात। कच्चे आम की बातें आज मेरे गाँव की यह सौगात।
गांव से जुड़ी अपनी पहचान रहने दो, शहर ना बनाओ गांव को गांव ही रहने दो। गांव से जुड़ी अपनी पहचान रहने दो, शहर ना बनाओ गांव को गांव ही रहने दो।
आयी प्यारी छुट्टियाँ, बच्चों के मन को भाती हैं नानी दादी मौसी बुआ सबको याद करवाती है। आयी प्यारी छुट्टियाँ, बच्चों के मन को भाती हैं नानी दादी मौसी बुआ सबको याद कर...
देश भलो रे,देश भलो रे। भारत है अपनों भैया देश भलो रे। देश भलो रे,देश भलो रे। भारत है अपनों भैया देश भलो रे।
साथी सुनाऊं तुमको आओ चलो चलें। साथी सुनाऊं तुमको आओ चलो चलें।